Big Announcement Ravichandran Ashwin's Retirement 2024: भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत

Big Announcement Ravichandran Ashwin’s Retirement 2024: भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत

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Ravichandran Ashwin’s Retirement:भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से सन्यास लेने की घोषणा की है। यह खबर क्रिकेट प्रेमियों के लिए चौंकाने वाली है, क्योंकि अश्विन भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं। उनकी इस घोषणा ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।

Ravichandran Ashwin’s Retirement-Biography and Achievements

AspectDetails
Full NameRavichandran Ashwin
Date of BirthSeptember 17, 1986
Place of BirthChennai, Tamil Nadu, India
RoleAll-rounder (Bowler and Batsman)
Batting StyleRight-handed
Bowling StyleRight-arm off-break
Test DebutNovember 6, 2011, vs West Indies
ODI DebutJune 5, 2010, vs Sri Lanka
T20I DebutJune 12, 2010, vs Zimbabwe
Major AchievementsICC Cricketer of the Year (2016, 2017), Fastest to 250, 300, 350, 400 wickets
Test Records537 wickets in 106 matches, 5 centuries, 13 fifties
ODI Records116 matches, 151 wickets
T20I Records65 matches, 72 wickets
Notable PerformancesNagpur Test 2012, Sydney Test 2021, West Indies Series 2016

Ravichandran Ashwin’s Retirement : अश्विन का ऐतिहासिक करियर

Big Announcement Ravichandran Ashwin's Retirement 2024: भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत
Big Announcement Ravichandran Ashwin’s Retirement 2024: भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत

रविचंद्रन अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लेकर भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में अपना नाम दर्ज किया। उनसे आगे केवल अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 619 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने न केवल गेंदबाजी बल्कि बल्लेबाजी में भी योगदान दिया। 5 शतक और 13 अर्धशतक के साथ अश्विन ने 3,100 से अधिक रन बनाए।

वनडे क्रिकेट में अश्विन ने 116 मैचों में 151 विकेट झटके, जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 65 मैचों में 72 विकेट लिए। अपने करियर में उन्होंने कई यादगार प्रदर्शन किए, जैसे कि 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी शानदार 7 विकेट की पारी।

Ravichandran Ashwin’s Retirement-सन्यास की घोषणा

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद, अश्विन ने अपने सन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक भावुक क्षण है। मैंने भारतीय टीम के लिए खेलने का हर पल जिया है। अब समय है कि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहूं।”

अश्विन ने अपने बयान में कहा कि यह निर्णय उनके परिवार और करीबी दोस्तों के साथ चर्चा के बाद लिया गया है। “मेरे लिए यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है।”

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अश्विन का योगदान

अश्विन का योगदान केवल उनके आंकड़ों तक सीमित नहीं है। उनकी रणनीतिक सोच और क्रिकेट के प्रति उनका जुनून उन्हें दूसरों से अलग बनाता है। कप्तान विराट कोहली ने कहा, “अश्विन एक सोचने वाले क्रिकेटर हैं। उनका अनुभव और क्रिकेट के प्रति समझ टीम के लिए अमूल्य रही है।”

अश्विन ने कई बार बल्ले से भी अपनी उपयोगिता साबित की। 2021 में सिडनी टेस्ट के दौरान उनकी और हनुमा विहारी की साझेदारी ने भारत को मैच बचाने में मदद की थी। उनके ऑलराउंड प्रदर्शन ने भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई।

भविष्य की योजनाएं

अश्विन ने साफ किया है कि वह अब कोचिंग और युवा खिलाड़ियों के मेंटरशिप पर ध्यान केंद्रित करेंगे। “मेरा सपना है कि मैं अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों को तैयार कर सकूं,” उन्होंने कहा। वह क्लब क्रिकेट और लीग में खेलते रहेंगे और अपनी स्किल्स को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश करेंगे।

प्रशंसकों की प्रतिक्रिया

अश्विन के सन्यास की खबर के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने उनके योगदान को सराहा। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा, “अश्विन का करियर भारतीय क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा है। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”

पूर्व खिलाड़ी और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने ट्वीट किया, “अश्विन केवल एक गेंदबाज नहीं थे, वह एक क्रिकेटिंग ब्रेन थे। उनकी कमी महसूस होगी।”

उनकी महान उपलब्धियां

  1. 2016 और 2017 में आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीतना।
  2. टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 250, 300, 350 और 400 विकेट लेने का रिकॉर्ड।
  3. विदेशी धरती पर ऐतिहासिक जीत में प्रमुख भूमिका।
  4. 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट में ऑलराउंड प्रदर्शन।

निष्कर्ष

Ravichandran Ashwin’s Retirement भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत है। उनका करियर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। उनके योगदान को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि अश्विन भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक हैं।

अश्विन के इस फैसले पर आपकी क्या राय है? क्या आप उन्हें मैदान पर मिस करेंगे? अपनी भावनाएं हमारे साथ साझा करें।

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