Rishi Panchami me Kya khana chahiye 2024-ऋषि पंचमी में क्या खाना चाहिए?

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami, हिन्दू धर्म में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखने वाला व्रत है। यह व्रत महिलाओं द्वारा अपने मासिक धर्म के दौरान किए गए किसी भी अनजाने पापों के प्रायश्चित के रूप में किया जाता है। इस दिन सप्तऋषियों की पूजा की जाती है, और विशेष आहार नियमों का पालन किया जाता है। अगर आप भी ऋषि पंचमी का व्रत कर रहे हैं और जानना चाहते हैं कि इस दिन क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, तो यह लेख आपके लिए है।

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत का महत्व

ऋषि पंचमी व्रत का मुख्य उद्देश्य शारीरिक और मानसिक शुद्धि है। इसे भाद्रपद शुक्ल पंचमी के दिन रखा जाता है, और इस दिन सप्त ऋषियों – कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि, और वशिष्ठ – की पूजा की जाती है। इस व्रत में सात्विक भोजन का सेवन अत्यंत महत्वपूर्ण है।

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत में क्या खाना चाहिए?

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami के दिन हल से जुड़े हुए अनाजों और मसालों का सेवन वर्जित होता है। इस दिन जो खाद्य पदार्थ ग्रहण किए जाते हैं, वे सात्विक और पवित्र होते हैं। यहाँ कुछ आहार हैं जो इस दिन व्रतधारी ग्रहण कर सकते हैं:

1. मोरधन (समा के चावल)

मोरधन या वरई जिसे समा के चावल के नाम से जाना जाता है, व्रत में प्रमुखता से खाया जाता है। यह हल्का होता है और पाचन के लिए भी अच्छा होता है। आप मोरधन की खिचड़ी, खीर, या ढोकले बना सकते हैं।

मोरधन की खिचड़ी रेसिपी:

  • 250 ग्राम मोरधन
  • 2 आलू
  • 5-6 हरी मिर्च
  • मूंगफली के दाने, नमक, जीरा

2. सेंधा नमक

इस व्रत में साधारण टेबल सॉल्ट की बजाय सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है, जो सात्विक और शुद्ध माना जाता है। यह आपकी आंतरिक शुद्धि को बनाए रखता है।

Reed More-Happy Dhanteras Wishes 2024 : प्रियजनों को भेजें खुशियों से भरे संदेश

3. फल और सूखे मेवे

फल और सूखे मेवे भी व्रत के दिन ऊर्जा के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। आप नारियल, केले, सेब, और पपीता का सेवन कर सकते हैं।

4. दूध और दूध से बने उत्पाद

इस दिन दूध और उससे बने उत्पाद जैसे पनीर, दही, और मक्खन का सेवन किया जा सकता है। दूध से बनी मोरधन की खीर या पनीर की सब्जी एक पौष्टिक और स्वादिष्ट विकल्प हो सकता है।

5. आलू और अरबी

व्रत के दौरान आलू और अरबी से बनी व्यंजन भी खाए जा सकते हैं। इनसे हल्के और स्वादिष्ट पकवान तैयार किए जा सकते हैं।

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन पूरी तरह से निषेध होता है। इन्हें व्रत की पवित्रता को बनाए रखने के लिए नहीं खाया जाना चाहिए:

  • अनाज: गेहूं, चावल और अन्य सामान्य अनाज नहीं खाए जाते।
  • दालें: सभी प्रकार की दालें, जैसे अरहर, मूंग, और चना वर्जित होते हैं।
  • तामसिक भोजन: प्याज, लहसुन, और अन्य तामसिक खाद्य पदार्थ निषेध होते हैं।
  • मसाले: गरम मसाला, हल्दी, और लाल मिर्च जैसे मसाले वर्जित होते हैं।
  • तेल में तला हुआ खाना: साधारण तेल की जगह घी का उपयोग करें।

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत की पूजा विधि

ऋषि पंचमी/Rishi Panchamiका व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत महिलाओं द्वारा मासिक धर्म के दौरान जाने-अनजाने हुए दोषों के प्रायश्चित के लिए रखा जाता है। भाद्रपद शुक्ल पंचमी के दिन मनाया जाने वाला यह व्रत सात ऋषियों – कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि, और वशिष्ठ – की पूजा का दिन होता है।

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत की पूजा विधि:

भोजन: इस दिन व्रती को बिना अनाज, मसाले और तामसिक भोजन के सात्विक आहार लेना चाहिए। फल, मोरधन, और दूध से बने व्यंजन खाए जा सकते हैं।

स्नान और शुद्धिकरण: व्रतधारी को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। गंगा जल से स्नान को शुभ माना जाता है।

व्रत संकल्प: स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें और सात ऋषियों का ध्यान करें।

पूजा स्थान की तैयारी: घर के पूजा स्थल को साफ करें और मिट्टी के बने सप्तऋषियों के प्रतीक स्थापित करें।

सप्तऋषियों की पूजा: सप्तऋषियों की विधिवत पूजा करें। पंचामृत, जल, फूल, अक्षत, और धूप-दीप से पूजा करें। साथ ही, ऋषियों को भोग अर्पित करें।

व्रत कथा का श्रवण: पूजा के बाद ऋषि पंचमी व्रत की कथा सुनें या पढ़ें। इससे व्रत का पुण्य मिलता है।

Reed More-“दिवाली 2024: जानें कब है सही तारीख और शुभ मुहूर्त, पूरी जानकारी यहाँ

निष्कर्ष

ऋषि पंचमी/Rishi Panchami व्रत में सही आहार का चयन आपके व्रत की सफलता और शुद्धता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन मोरधन, फल, सूखे मेवे, और दूध से बने व्यंजनों का सेवन करें। वहीं, अनाज, दालें, और तामसिक भोजन से दूर रहें। इस व्रत का पालन करते हुए सप्तऋषियों का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन में शांति और समृद्धि लाएं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top